गाँधी जी ने अपना अपराध स्वीकार किया और उन्होंने सारी बात एक कागज में लिखकर पिताजी को बता दी. पंचतंत्र की कहानी: गजराज और मूषकराज पंचत�
गाँधी जी ने अपना अपराध स्वीकार किया और उन्होंने सारी बात एक कागज में लिखकर पिताजी को बता दी. पंचतंत्र की कहानी: गजराज और मूषकराज पंचत�